Dua ka ahsas(दुआ का अहसास)

दुआ का अहसास
टुटे दिल की दुआ है,
खफा मन की सजा है।
कभी तो नया दिन नया सवेरा लाएगा,
अंधेरे में भटकी रूह को नयी रोशनी देगा।

थमती नब्ज को रूकती सासों को,
निराश मन को टुटे दिल को 
जीने का अहसास कराएगा।
कभी तो नया दिन नया सवेरा लाएगा,
अंधेरे में भटकी रूह को नयी रोशनी देगा।

टुटे अरमानों को सोए जिस्म को,
गुम मुस्कराहटों महोब्बत के जज्बातों को
दिल में अहसास कराएगा।      
कभी तो नया दिन नया सवेरा लाएगा,
अंधेरे में भटकी रूह को नयी रोशनी देगा।

रातों में बदलती करवटों को दिन में खोते चैन को,
सुबह की टुटती नींद को टुटते ख्वाबों की फुलवारी को
खिलने का अहसास कराएगा।
कभी तो नया दिन नया सवेरा लाएगा,
अंधेरे में भटकी रूह को नयी रोशनी देगा।

कभी तो नया दिन नया सवेरा लाएगा,
अंधेरे में भटकी रूह को नयी रोशनी देगा।

Written by Sahab
My sayari





Comments

  1. Please share and follow me get good content

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